मजबूत आर्थिक वृद्धि, बाजार की मजबूती और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में गिरावट के चलते एफपीआई का भारतीय शेयरों के प्रति रुझान बढ़ा है.
विदेशी निवेशकों ने इस साल अब तक इक्विटी बाजारों में 1.31 लाख करोड़ रुपए और ऋण बाजारों में 55,867 करोड़ रुपए का निवेश किया.
भारतीय शेयरों में एफपीआई के निवेश का मूल्य सितंबर 2023 के अंत में 651 अरब डॉलर हो गया
Foreign Portfolio Investors: सितंबर में ज्यादातर उभरते मार्केट में FPI ने पूंजी डाली है. हालांकि इस दौरान भारत में FPI का फ्लो सबसे हाई रहा है.
FPI ने सितंबर में अब तक इक्विटीज में 13,536 करोड़ रुपये और डेट सेगमेंट में 8,339 करोड़ रुपये का निवेश किया है.
ओवरसीज इन्वेस्टर्स ने इक्विटीज में 11,287 करोड़ रुपये और डेट सेगमेंट में 5,018 करोड़ रुपये का नेट इन्वेस्टमेंट किया है. ये आंकड़े 1-17 सितंबर के हैं.
FPI Inflow: कोटक सिक्योरिटीज के श्रीकांत चौहान का कहना है कि अगस्त में पूंजी प्रवाह का श्रेय घरेलू बाजार में आर्थिक गतिविधियों में सुधार को जाता है
3 साल में एक बार अपने पोर्टफोलियो (portfolio ) की समीक्षा जरुर करें और किसी फाइनेंशियल एडवाइजर (financial advisor) की मदद जरूर लें.
SIP: इंवेस्टमेंट के साथ कुछ रिस्क भी जुड़े है जिसे कम करने के लिए आप यहां बताए गए तरीके अपना सकते है.
आंकड़ों के मुताबिक, फॉरेन पोर्टफोलियो इनवेस्टर्स (FPI) ने 1 जून से 4 जून के बीच भारतीय शेयर बाजार में 7,968 करोड़ रुपये लगाए हैं.